कैंसर एक बढ़ता खतरा - कारण, लक्षण और इलाज़ (Cancer Symptoms, Causes & Treatment)


 “कैंसर से जो डर गया वो हार गया और जो कैंसर से लड़ गया वो जीत गया ...... "



कैंसर -  एक ऐसी बीमारी जिसका नाम सुन कर ही डर लगने लग जाता है। कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो यह चाहेगा की उसे कैंसर की बीमारी हो। लेकिन फिर भी एक रिपोर्ट की मानें तो पूरे विश्व में हर साल 10 मिलियन से ज्यादा केस कैंसर (Cancer Cases In World) के आते हैं। यही नहीं हर साल कैंसर से मरने वालों (Cancer Deaths) की संख्या भी लाखो में है।  

भारत में बढ़ता कैंसर 


कैंसर की बीमारी तो पूरी दुनिया में है और भारत भी उन देशों में से आता है जहाँ कैंसर के मरीज़ो की संख्या ज्यादा है। साल 2022 से भारत में 14.6 लाख कैंसर के केस आये (Cancer Cases In India)। कुछ  रिपोर्ट्स की मानें तो यह केस 2025 तक 15.5 लाख तक पहुँच जायेंगे। आने वाले आंकड़े कुछ चौंका देने वाले है। ICMR की रिपोर्ट के अनुसार हर 9 भारतीयों में से एक को अपने पूरे जीवन काल में कैंसर हो जाएगा। यहीं नहीं, हर 68 आदमियों में से एक को फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer) हो जाएगा और हर 29 महिलाओं में से एक को ब्रैस्ट कैंसर (Breast Cancer) होगा। 


यह तो रही आंकड़ों की बात लेकिन ये बीमारी क्यों होती है, इसके पीछे कारण क्या है और क्या कुछ ऐसे लक्षण भी हैं जिन्हें समझ कर हम पता लगा सकें की कैंसर की बीमारी है या नहीं। कारन जानने से पहले ये समझना जरुरी है की ये कैंसर की बीमारी है (What is Cancer) क्या और क्यों यह बीमारी इतनी बढ़ रही है। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से कैंसर को पूरी तरह से समझेंगे और जानंगे की इस से बचाब और इसका इलाज संभव है। 

क्या है कैंसर ? (What Is Cancer)


हमारे शरीर में अनेक कोशिकाएं (cells) हैं और हर कोशिका में एक जीन मौजूद होता है। ये जीन DNA के टुकड़े हैं जो की हर कोशिका में आते हैं। कैंसर की बीमारी तब शुरू होती है जब इन एक या दो जीन में कुछ बदलाव या परिवर्तन होता है। दरअसल जीन का यह काम होता है की वो शरीर में मौजूद कोशिका को बताते हैं की कब क्या करना है, कब बढ़ना है इत्यादि।  जब इन जीन को नुक्सान पहुँचता है तब कैंसर की कोशिका (cancer cells) बन सकती है। 


जब एक बार ऐसा हो जाये तो फिर यह कण्ट्रोल से बाहर हो सकता है। यह कैंसर सेल्स (cancer cells formation) सामान्य कोशिकाओं की जगह लेने लग जाते हैं और उन्हें उनके काम करने से रोकते हैं।  

कहां से शुरू होता है कैंसर 


अब सवाल आता है कि कैंसर कहां से शुरू होता है……… हम में से सिर्फ कुछ ही लोग जानते होंगे कि कैंसर कहां से शुरू होता है (starting of cancer) लेकिन बहुत से लोग कैंसर के बारे में ज्यादा नहीं जानते। उनके लिए ये बस एक लाईलाज बीमारी है। कैंसर कोशिकाएं शरीर में कहीं पर भी बन सकती हैं जैसे कि शरीर का कोई भी अंग, हड्डियां, मांसपेशियां या फिर खून।  


कैंसर का नाम (cancer name) उसके शुरू होने वाले शरीर के अंग के ऊपर रखा जाता है। जो कैंसर जिस बॉडी पार्ट से शुरू होगा उसका नाम भी उसी तरह दिया जाएगा। मान लीजिए अगर किसी को खून से कैंसर शुरू होता है तो फिर उसे ब्लड कैंसर (Blood Cancer) का नाम दिया जाएगा। एक गलतफहमी कई लोगों के दिमाग में है कि किसी भी तरह का कैंसर सिर्फ उसी भाग तक सीमित होता है। ऐसा बिल्कुल नहीं है, कैंसर बॉडी के किसी एक हिस्से से शुरू होकर अलग हिस्सों में भी फैल सकता है।


क्यों होता है कैंसर (Cancer Causes)


आसान सी भाषा में बात करें तो कैंसर के होने के पीछे (causes of cancer) कोई विशेष कारण नहीं है जिसे समझ कर हम उस से बच सकें। लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें कैंसरजनक (carcinogen) कहा जाता है और ये वो चीज़ें हैं जो कैंसर होने के मुख्य कारणों में से एक हैं। ये चीज़ें कैंसर होने के खतरे को बहुत बढ़ा देती हैं। नीचे हम आपको कुछ चीजों (things causes  cancer) के बारे में बता रहे हैं जिनकी वजह से कैंसर होने का मौका बढ़ जाता है।

   

तम्बाकू और सिगरेट (Tobacco & Cigarette): आपने टीवी पर कई तम्बाकू और सिगरेट की एड देखी होंगी। उनमे कैंसर के मरीज़ को दिखाते हैं। यही नहीं सिगरेट की डब्बी और तंबाकू के पाउच पर भी चेतावनी के संकेत देखें होंगे "धूम्रपान से कैंसर होता है"। तंबाकू और सिगरेट का सेवन भी कैंसर का कारण बन सकता है। इन चीजों से मुंह का कैंसर और फेफड़ों का कैंसर (lung cancer) हो सकता है।


शराब का सेवन (Alcohol causes cancer): शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है। शराब की बोतल पर ये साफ़ साफ़ लिखा होता है । इसके सेवन से लिवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। 


परिवारिक (Genetic): अगर परिवार में किसी को कैंसर है या कभी पहले रहा हो तो इस बीमारी का अगली पीढ़ी में होने का खतरा बढ़ जाता है।


वायरस (Cancer Causing Viruses): वायरस सुन कर थोड़ा अजीव लगेगा लेकिन हेपेटाइटिस B और हेपेटाइटिस C ऐसे वायरस है जो कि 50% लिवर कैंसर के लिए जिम्मेदार हैं। यही नहीं सर्वाइकल कैंसर होने के ज्यादातर मामलों के पीछे भी ह्यूमन पैपिलोमा वायरस है।


हमारा खान-पान (Eating Habits): खाने से कैंसर, सुनने में अजीब लगता है लेकिन ये सच है। कुछ ऐसे भोजन पदार्थ जो जिनमे रिफाइंड की मात्रा ज्यादा है और फाइबर कम, वो कोलन कैंसर के खतरों को बढ़ा देते हैं।


कैंसर के लक्षण (Cancer Symptoms)


आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि ऐसे कौन कौन से लक्षण हैं जिन्हें देखकर हम समझ सकते हैं कि कैंसर है कि नहीं। हालाँकि हम ये नहीं कह रहे कि ऐसे लक्षण (Cancer Symptoms) दिखें तो समझ लो कैंसर है। ऐसा बिल्कुल नहीं है, अगर आपको ऐसे लक्षण दिखते हैं तो फिर आप हॉस्पिटल (Cancer Hospital) में आकर इसकी जांच करवा सकते हैं और पता कर सकते हैं कि ये कैंसर है या नहीं। तो चलिये जानते हैं कुछ प्रमुख कैंसर के लक्षणों के बारे में।


वजन (Weight): वजन का कम या ज्यादा होना कैंसर के लक्षणों में से एक है। अगर आपका वजन अचानक बढ़ रहा है या कम हो रहा है तो इसकी जांच जरूर करवाएं।


शरीर में गांठ (cancer body lumps): शरीर में किसी गांठ का बनना और उसका तेज़ी से बड़ा होना कैंसर का एक लक्षण है। अगर ऐसा कुछ दिखाए दे तो उसे अनदेखा न करें।  


थकान (Tiredness): ज्यादा थकान और कमजोरी महसूस होना भी कैंसर के लक्षणों में से एक है। कभी कभी ऐसा होना आम बात है लेकिन आपको हर वक्त थकान और कमजोरी महसूस हो रही है तो एक बार इसका चेकअप जरूर करवाएं।


घाव का न भरना (No Wound Healing): अगर चोट लगने पर आपका घाव ना भरे या फिर जल्दी न भरे तो ये भी एक लक्षण कैंसर का हो सकता है। इसे भी अनदेखा न करें और तुरंत जाकर डॉक्टर से सलाह लें। 



कैंसर के लक्षण (Cancer symptoms) सुनने और पढ़ने पर बहुत छोटे लगते हैं लेकिन अगर इन्हें छोटा मानकर हम अनदेखा कर दें तो फिर बहुत देर भी हो सकती है। आज लक्षण आने पर उसका चेकअप करवाना गलत नहीं है। गलत तब होगा होगा जब हम उन लक्ष्णों का चेकअप नहीं करवाएंगे।  


कैंसर स्टेजेस (Cancer Stages)


स्टेज 0 (Cancer Stage 0): ये कैंसर की पहली स्टेज है लेकिन इस स्टेज में हम ये नहीं कहते की कैंसर हो ही चुका है। इस स्टेज में शरीर में कुछ नई कोशिकाएं मौजूद हो सकती हैं। ये वो कोशिकाएं हैं जो कैंसर की संभावनाओं को बढ़ा सकती हैं।


स्टेज 1 (Cancer Stage 1): ये कैंसर की पहली स्टेज है। इस स्टेज में ये कंफर्म होता है कि कैंसर है। पहली स्टेज में इलाज आसान होता है।


स्टेज 2 (Cancer Stage 2): कैंसर स्टेज 2 में ट्यूमर का आकार बड़ा होने लगता है। इस स्टेज में कोशिकाएं धीरे-धीरे बढ़ने लगती हैं।


स्टेज 3 (Cancer Stage 3): इस स्टेज में कैंसर कोशिकाएं असाधारण दिखने लग जाती हैं और ये कोशिकाएं तेज़ी से बढ़ती हैं। इस स्टेज में कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फेलना शुरू हो जाता है।


स्टेज 4 (Cancer Stage 4): स्टेज 4 कैंसर सबसे भयानक है। ये वो स्टेज है जिसमे कैंसर अपनी आखिरी स्टेज में होता है। ये स्टेज बहुत ही जानलेवा साबित हो सकती है। इस स्टेज में कैंसर दूसरे अंग तक फेल चूका होता है।


कैंसर का इलाज़ (Cancer Treatment)


अब बात आती है की कैंसर के इलाज की। कई लोग सोचते हैं की कैंसर का कोई इलाज नहीं है और कुछ लोग सोचते हैं की कैंसर का इलाज बहुत महंगा है (cancer treatment cost)। बस इसी गलत फेहमी में जीवन कैंसर को समर्पित हो जाता है।  आइये जानते हैं की कैंसर का इलाज क्या है। 


ऑपरेशन (Operation or Surgery For Cancer): शुरूआती स्टेज में कैंसर सेल्स शरीर के एक ही हिस्से में होते हैं । उस समय सबसे अच्छा तरीका है ऑपरेशन। अगर कैंसर फैला नहीं है और सिर्फ एक ही जगह पर है तो ऑपरेशन ही एक ऐसा इलाज है जो कि कैंसर को खत्म करने के लिए किया जा सकता है। 


कीमोथेरपी (Chemotherapy For Cancer): कीमोथैरेपी एक ऐसी थेरेपी है जिसमे दवा के जरिये कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जाता है। कैंसर को ठीक करने का ये तरीका (cancer treatment chemotherapy) किसी किसी के लिए मुश्किल भी होता है और साइड इफेक्ट के चलते इसमे बालों का झड़ना आम बात है। 


रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy For Cancer): रेडिएशन थेरेपी एक ऐसी थेरेपी है जिसमे रेडिएशन के जरिये कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जाता है (cancer treatment radiation)। कई बार ऐसा होता है कि इस तकनीक के साथ लोगों को कीमोथेरेपी और सर्जरी की भी जरूरत पड़ती है। ये निर्भर करता है कि किस तरह का कैंसर है और कौन सी स्टेज है।



इम्मुनोथेरपी (Immunotherapy For Cancer): जिस तरह से इम्युनिटी हमारे शरीर के लिए जरुरी है ताकि हम बीमारियों से बच सके उसी तरह कैंसर के लिए भी इम्युनिटी से जुडी एक थेरेपी है।  इस थेरेपी का नाम है इम्मुनोथेरपी। इस थेरेपी की मदद से कैंसर से लड़ने के लिए शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाया जाता है जिसके कारन कैंसर कोशिकाओं को मार सकते हैं।  


हॉर्मोन थेरेपी (Hormone Therapy For Cancer): हॉर्मोन थेरेपी एक तरह की कैंसर ट्रीटमेंट है जिसकी मदद से शरीर में से कुछ हॉर्मोन को ब्लॉक किया जाता है, कुछ को डाला जाता है और कुछ को शरीर से बाहर निकाला जाता है। इस कैंसर ट्रीटमेंट थेरेपी (hormone cancer treatment) का इस्तेमाल उन कैंसर के लिए किया जाता है जो की हॉर्मोन से प्रभावित होते हैं।  



सारी बातों की एक बात 


कैंसर का इलाज संभव है लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप अपना चेकअप करवाएं। कई बार लोग कैंसर के लक्षणों को देखते हैं और अनदेखा करते हैं, इसकी वजह से बहुत देर हो जाती है। बहुत बार ऐसा होता है लोगों को कैंसर के लक्षणों का पता ही नहीं होता और इसी वजह से वो इस बीमारी को समझ ही नहीं पाते।  कैंसर की स्टेजस होती है, जैसे जैसे स्टेज बढ़ती जाएगी उसी तरह कैंसर का इलाज मुश्किल होता जाएगा। इसलिए हम आपको सलाह देते हैं कि अगर कैंसर का कोई भी लक्षण (Cancer Symptoms) दिखाई दे तो अपना चेक अप करवाएं। समय पर कैंसर की जानकारी आपको कैंसर से निदान और बचा सकती है (cancer treatment)। अगर आपको कैंसर है या कुछ लक्षण नजर आ रहे है तो आज ही संपर्क करें चंडीगढ़ के बेस्ट कैंसर हॉस्पिटल Sohana Hospital  (Cancer Hospital In Chandigarh) में और करवाएं यहां अपना सही इलाज।



"ये आपको तय करना है कि आपको कैंसर से ठीक होने वाली लिस्ट में आना है या फिर..........."


Comments

Popular posts from this blog

Is a Hysterectomy a Major Surgery?

What Diseases can be Detected Through Genetic Testing?

Is Robotic Surgery Safe? Debunking Myths & Misconceptions