फैटी लिवर क्या है: इसके लक्षण और उपचार
फैटी लीवर! ये नाम तो आपने सुना ही होगा। फैटी लिवर हमारे शरीर के एक महत्वपूर्ण अंग से जुडी हुई बीमारी है। ये एक ऐसी बीमारी है जिसमे हमारे लिवर यानि की जिगर में फेट की मात्रा बढ़ जाती है। आपको बता दें की एक हेल्दी लिवर में फैट तो होता है लेकिन जब ये फैट बढ़ कर लिवर के वजन के 6 से 10% तक पहुंच जाता है तो फैटी लिवर की समस्या शुरू हो जाती है।
आसान सी भाषा में इसे समझें तो "फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है जिसमे लिवर में चर्वी जमा हो जाती है"। इसके कई कारण हो सकते हैं। ये एक ऐसी बीमारी है जो बच्चों से लेकर जवान और बूढ़े लोगो में भी हो सकती है। आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से जानेंगे कि फैटी लिवर क्या है, ये क्यों होता है और इसका उपचार क्या है।
फैटी लीवर क्या है
फैटी लीवर को समझने से पहले हमें ये पता होना चाहिए कि लीवर क्या है और ये क्या काम करता है। लीवर हमारे शरीर का ऐसा हिस्सा है जो अगर ठीक है पूरा शरीर ठीक रहता है लेकिन इसमें जरा सी भी खराबी हो तो ये पूरे शरीर को प्रभावित करता है।
हमारे शरीर में मौजूद लीवर भोजन को पचाता है और साथ ही ये शरीर में से सारे विशिष्ट पदार्थों को बाहर करता है। अगर लिवर खराब होगा तो फिर ये काम कौन करेगा? चलिये आगे बढ़ते हैं और जानते हैं ये फैटी लिवर क्या है।
शरीर में फैट का जमा होना कभी भी अच्छा नहीं होता। फैट हमेशा हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इसी वजह से शरीर तो ख़राब होता ही है लेकिन उसके साथ साथ कई बीमारियां का सामना भी करना पड़ता है। आज कल हमारा लाइफस्टाइल बहुत बिगड़ चुका है। इसी वजह से हमें कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
फैटी लिवर भी ऐसी ही एक बीमारी है। इस बीमारी में शरीर में मौजूद लिवर पर फैट जमा हो जाता है। फैट जमने के बाद लिवर ठीक से काम भी नहीं करता। फैटी लिवर की बीमारी भी दो प्रकार की है - पहली है नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर और दूसरी है नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर।
नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर: यह एक ऐसी बीमारी है जो शराब पीने से नहीं होती। ये बीमारी आम लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है। इसके होने के पीछे इसका मुख्य कारण है हमारा खानपान। अगर हमारी जीवन शैली सही नहीं है तो इस तरह का फैटी लिवर होने का खतरा ज्यादा है।
अल्कोहलिक फैटी लीवर: शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है और अल्कोहलिक फैटी लीवर उन्हें होता है जो शराब का ज्यादा सेवन करते हैं। लिवर हमारे शरीर में एक तरह से फिल्टर का काम करता है। जब शराब का सेवन ज्यादा होता है तो लीवर को ज्यादा काम करना पड़ता है। इसकी वजह से लिवर की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। लीवर शराब को शरीर से निकाल तो देता है लेकिन शराब के हानिकारक तत्व शरीर में रह जाते हैं और फिर लिवर को नुकसान पहुँचाना शुरू कर देते हैं। इस से लीवर पर फैट जमना शुरू हो जाता है।
फैटी लिवर के लक्षण और उपचार
कोई भी बीमारी हो, वो जब होना शुरू होती है तो शरीर में कुछ संकेत देती है जिन्हें अक्सर हम लक्षण कहते हैं। ऐसा ही कुछ फैटी लिवर के साथ है। जब शरीर में फैटी लिवर होता है तो शरीर कई लक्षण दिखाने शुरू करता है। आइये जानते हैं कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में जो लिवर फैटी के होने पर दिखते हैं।
लक्षणों को जानने से पहले आपको यह जानना जरुरी है की फैटी लिवर के ज्यादातर मामलों में व्यक्ति को कोई भी लक्षण नहीं दिखता।
~ पेट के दाहिने हिस्से के ऊपरी भाग में दर्द होना
~ अगर एक दम से आपके वजन में गिरावट आ जाये तो यह भी फैटी लिवर का संकेत हो सकता है।
~ हर पल कमजोरी महसूस होना भी फैटी लिवर का लक्षण है।
~ अगर आपकी आँखों या त्वचा पर पीलापन हो रहा है तो यह भी एक लक्षण हो सकता है फैटी लिवर का।
~ अगर भोजन ठीक से हज़म नहीं हो रहा या फिर लगातार एसिडिटी की समस्या हो रही है तो इसे भी नज़रअंदाज़ न करें।
~ पेट में सूजन होना एक बहुत बड़ा लक्षण माना जाता है फैटी लिवर का।
अगर आपको इन में से कोई भी लक्षण नज़र आये तो नज़रअंदाज़ न करें।
फैटी लिवर का इलाज
फैटी लिवर के लक्षण दिखने के बाद आपको अपना चेकअप किसी अच्छे अस्पताल में करवाना चाहिए। डॉक्टर पहले इस बात की पुष्टि करते हैं की सच में फैटी लिवर है की नहीं। इसके लिए LFT (लिवर फंक्शन टेस्ट) किया जाता है। इस टेस्ट की मदद से फैटी लिवर की पुष्टि हो जाती है। अगर आप भी फैटी लिवर की समस्या से परेशान तो आज ही भारत के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों में से एक सोहाना हॉस्पिटल में आएं और यहाँ पाएं अपनी फैटी लिवर की बीमारी का इलाज। यहाँ आधुनिक फैसिलिटी के साथ साथ प्रशिक्षित डॉक्टर मौजूद हैं जो आपको आपकी बीमारी से निजात पाने में मदद करते हैं।
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